भारत बंद की ख़बर एक अफ़वाह है
मुसलमानों की रहनुमाई करने वाली तमाम तंज़ीमें - मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमीअत उलेमा ए हिन्द, जमीअत अहले हदीस, रज़ा एकेडमी, जमाअत इस्लामी हिंद, मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन, मुस्लिम लीग या और किसी भी जमाअत या तंज़ीम ने इस तरह के किसी भी भारत बंद का कोई भी ऐलान नहीं किया है
पहले किसी ने अफ़वाह उड़ाई की 29 अप्रैल को भारत बंद है फिर ख़बर आई की 20 अप्रैल को बंद है
ये एक साजिश है। क्योंकि आसिफ़ा और उन्नाव के मामले में पूरा मुल्क विरोध पर उतरा हुआ है।
मुसलमानों के साथ साथ ग़ैर मुस्लिम और दूसरे हम वतन भाई भी सख़्त विरोध दर्ज करवा रहे है
ये बात साम्प्रदायिक ताक़तों को हज़म नहीं हो रही है इसलिए वो चाहते हैं कि इस पूरे मामले को हिन्दू मुस्लिम रंग दे दें।
इसलिए बंद की अफ़वाह फैलाई जा रही है ताकि मुसलमान नौजवान सड़कों पर उतर आए और बंद करवाएं और इस दौरान कोई हादसा हो जाए और देश को हिन्दू मुस्लिम दंगों में झोंक कर, आसिफ़ा - उन्नाव के मुद्दे से ध्यान भटका दिया जाए और मुसलमानों को बदनाम करके आने वाले चुनावों में राजनीतिक रोटियाँ सेकी जा सकें
आप वायरल मेसेज में खुद ही देख सकते हो उसमे किसी का नाम पता नही लिखा है
इसलिए आप सभी सम्मानित नागरिको से गुज़ारिश है कि इस तरह की अफ़वाहों को रोकिए और आसिफ़ा व उन्नाव की मज़लूम बच्ची को इंसाफ़ दिलाने के लिए अपनी पुरअम्न कोशिशें जारी रखें
आप हमसे Facebook Twitter Instagram YouTube पर भी जुड़ सकते हो
मुसलमानों की रहनुमाई करने वाली तमाम तंज़ीमें - मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमीअत उलेमा ए हिन्द, जमीअत अहले हदीस, रज़ा एकेडमी, जमाअत इस्लामी हिंद, मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन, मुस्लिम लीग या और किसी भी जमाअत या तंज़ीम ने इस तरह के किसी भी भारत बंद का कोई भी ऐलान नहीं किया है
पहले किसी ने अफ़वाह उड़ाई की 29 अप्रैल को भारत बंद है फिर ख़बर आई की 20 अप्रैल को बंद है
ये एक साजिश है। क्योंकि आसिफ़ा और उन्नाव के मामले में पूरा मुल्क विरोध पर उतरा हुआ है।
मुसलमानों के साथ साथ ग़ैर मुस्लिम और दूसरे हम वतन भाई भी सख़्त विरोध दर्ज करवा रहे है
ये बात साम्प्रदायिक ताक़तों को हज़म नहीं हो रही है इसलिए वो चाहते हैं कि इस पूरे मामले को हिन्दू मुस्लिम रंग दे दें।
इसलिए बंद की अफ़वाह फैलाई जा रही है ताकि मुसलमान नौजवान सड़कों पर उतर आए और बंद करवाएं और इस दौरान कोई हादसा हो जाए और देश को हिन्दू मुस्लिम दंगों में झोंक कर, आसिफ़ा - उन्नाव के मुद्दे से ध्यान भटका दिया जाए और मुसलमानों को बदनाम करके आने वाले चुनावों में राजनीतिक रोटियाँ सेकी जा सकें
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इसलिए आप सभी सम्मानित नागरिको से गुज़ारिश है कि इस तरह की अफ़वाहों को रोकिए और आसिफ़ा व उन्नाव की मज़लूम बच्ची को इंसाफ़ दिलाने के लिए अपनी पुरअम्न कोशिशें जारी रखें
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