शत्रुघ्न सिन्हा ने बीजेपी को दी चुनौती कहा, मुझे निष्कासित करके दिखाए
भाजपा से नाराज चल रहे और पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी पार्टी को चुनौती देते हुए कहा कि वह उन्हें निष्कासित कर दिखाए. साथ ही कहा कि क्रिया की प्रतिक्रिया होगी. पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में शनिवार को आयोजित अपने संगठन राष्ट्र मंच के एक अधिवेशन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर वे लोग (अपनी पार्टी) पिछले बिहार विधानसभा चुनाव के बाद सोच रहे थे. वे इतने असहाय हैं और उनकी स्थिति इतनी दयनीय है कि इसके लिए मुहुर्त देख रहे थे. शत्रुघ्न ने कहा कि वे जब चाहें ऐसा निर्णय ले सकते हैं पर न्यूटन के तीसरे नियम को याद रखें कि हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है.
सिने अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न ने कहा कि भाजपा में उसे छोडने के लिए शामिल नहीं हुए थे और हमेशा कहता रहा हूं की यह मेरी पहली और आखिरी पार्टी है लेकिन वे अगर मुझे छोडना चाहें तो छोड दें. उन्होंने कहा कि यह पार्टी के खिलाफ बगावत नहीं देश के प्रति अपनी वफादारी है, हमें भी यह सिखाया गया है कि व्यक्ति से बडा दल होता और दल से बडा देश. शत्रुघ्न ने सभागार में मौजूद लोगों से पूछा कि वे जो कर रहे हैं क्या वह देश हित में नहीं है.
उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण देश में बेरोजगारी बढ़ी और छोटे- छोटे व्यापार और कारखाना बंद हो गए तो उसके बारे में बात किया जाना जनहित में है या नहीं? इस अवसर पर उन्होंने तेजस्वी यादव की तारीफ की. उन्होंने कहा कि यशवंत जब भाजपा के अध्यक्ष थे तभी उन्हें पार्टी के स्टार प्रचारक के तौर पर पेश किया गया था और पूरे देश में मुझे सभाओं को संबोधित करने का अवसर प्राप्त हुआ (साभार NDTV)
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भाजपा से नाराज चल रहे और पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी पार्टी को चुनौती देते हुए कहा कि वह उन्हें निष्कासित कर दिखाए. साथ ही कहा कि क्रिया की प्रतिक्रिया होगी. पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में शनिवार को आयोजित अपने संगठन राष्ट्र मंच के एक अधिवेशन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर वे लोग (अपनी पार्टी) पिछले बिहार विधानसभा चुनाव के बाद सोच रहे थे. वे इतने असहाय हैं और उनकी स्थिति इतनी दयनीय है कि इसके लिए मुहुर्त देख रहे थे. शत्रुघ्न ने कहा कि वे जब चाहें ऐसा निर्णय ले सकते हैं पर न्यूटन के तीसरे नियम को याद रखें कि हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है.
सिने अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न ने कहा कि भाजपा में उसे छोडने के लिए शामिल नहीं हुए थे और हमेशा कहता रहा हूं की यह मेरी पहली और आखिरी पार्टी है लेकिन वे अगर मुझे छोडना चाहें तो छोड दें. उन्होंने कहा कि यह पार्टी के खिलाफ बगावत नहीं देश के प्रति अपनी वफादारी है, हमें भी यह सिखाया गया है कि व्यक्ति से बडा दल होता और दल से बडा देश. शत्रुघ्न ने सभागार में मौजूद लोगों से पूछा कि वे जो कर रहे हैं क्या वह देश हित में नहीं है.
उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण देश में बेरोजगारी बढ़ी और छोटे- छोटे व्यापार और कारखाना बंद हो गए तो उसके बारे में बात किया जाना जनहित में है या नहीं? इस अवसर पर उन्होंने तेजस्वी यादव की तारीफ की. उन्होंने कहा कि यशवंत जब भाजपा के अध्यक्ष थे तभी उन्हें पार्टी के स्टार प्रचारक के तौर पर पेश किया गया था और पूरे देश में मुझे सभाओं को संबोधित करने का अवसर प्राप्त हुआ (साभार NDTV)
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